मुर्गी से आया है अंडा
या अंडे से मुर्गी आई है
कविता ने कवी को बनाया है
या कवी ने कविता बनाई है
दुविधा में हूँ फंसा हुआ
क्या सच है क्या सचायी है
क्या सच की कोई परिभासा है
क्या सच झूठ के बीच कोई रेखा है
जो देखा है वोह सच है क्या
क्या सच को किसी ने देखा है
क्या वही है सच जो दीखता है
या वोह जो आप समझते हैं
लकिन जो आप समझते है
क्या आप उसे समझते हैं
मैंने सच को समझा नहीं
जो समझा है समझा दे मुझे
मैं उलझा हूँ उलझन मैं मेरी
मुजको मुझेसे मिला दो हरे
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